लव कुश रामलीला में ताड़का वध दृश्य ने विदेशी राजनयिकों और न्यायिक अधिकारियों को किया मंत्रमुग्ध


नई दिल्ली :  ऐतिहासिक लाल किला ग्राउंड पर आयोजित लव कुश रामलीला ने अपने दूसरे दिन भी दर्शकों को रामायण की महाकाव्य यात्रा में डुबो दिया। नवरात्रि के शुभ अवसर पर मंचित इस भव्य प्रदर्शन ने न केवल आम जनता को आकर्षित किया, बल्कि विदेशी राजनयिकों और भारतीय न्यायिक सेवा के उच्च अधिकारियों को भी अपनी चमक से चकाचौंध कर दिया। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि विभिन्न दूतावासों से प्राप्त निमंत्रणों के बाद कई देशों के राजदूत अपने परिवारों संग पधारे, जबकि भारतीय न्यायिक सेवा के आला अफसरों ने भी इस सांस्कृतिक उत्सव में शिरकत की।



 ताड़का वध का भव्य दृश्य: तालियों की गड़गड़ाहट और मंत्रमुग्ध दर्शक

रामलीला का मुख्य आकर्षण आज 'ताड़का वध' का दृश्य रहा, जिसमें 8-ट्रैक डिजिटल साउंड के बीच चमकती तलवारों से लैस राक्षसी सेना ने मंच पर धमाल मचा दिया। भगवान राम (किनशुक वैद्य) और लक्ष्मण के हाथों ताड़का का संहार होते ही पूरा ग्राउंड तालियों की गूंज से गुंजायमान हो उठा। विदेशी राजनयिकों और न्यायिक अधिकारियों के चेहरों पर मंत्रमुग्ध भाव साफ दिखाई दिए, जो रामायण के इस प्रेरक प्रसंग से अभिभूत हो गए। अर्जुन कुमार ने कहा, "यह दृश्य रामलीला की भव्यता का प्रतीक है। हमारा उद्देश्य प्रभु श्री राम का संदेश हर दिल तक पहुंचाना है, और आज यह सफल हुआ।"


रामलीला में टीवी और फिल्म नगरी के सितारों ने जान फूंकी।

 राम जन्म से लेकर नामकरण संस्कार, विश्वामित्र के यज्ञ में बाधा, ताड़का वध और सुबाहु वध तक की लीलाओं को एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा) के कलाकारों ने जीवंत कर दिया। सीता का किरदार निभा रहीं रीनी आर्या और रावण के रूप में आर्य बाबर ने भी दर्शकों को तालियां बटोरीं।

कल का आगामी मंचन: सीता स्वयंवर का रोमांच

रामलीला के महासचिव सुभाष गोयल और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सत्य भूषण जैन ने बताया कि कल, 25 सितंबर को जनक दूत आगमन, सीता स्वयंवर से लक्ष्मण-परशुराम संवाद तक की लीला मंचित होगी। सीता स्वयंवर के दृश्य में जनक के दरबार को सजाने के लिए फिल्म नगरी के कई कलाकार मौजूद रहेंगे, जो 3डी मैपिंग और सिन्क्रोनाइज्ड साउंड के साथ और भी भव्य होगा। जैन ने कहा, "यह रामलीला न केवल सांस्कृतिक विरासत है, बल्कि आधुनिक तकनीक से सजी एक अनोखी प्रस्तुति है।"


#### विवाद के बाद नया अध्याय: मंदोदरी की भूमिका पर फैसला

पहले दिन पूनम पांडे को मंदोदरी की भूमिका से हटाए जाने के विवाद के बाद रामलीला ने दूसरा दिन शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त किया। कमेटी ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय रामलीला के पवित्र उद्देश्य को बनाए रखने के लिए लिया गया था। दर्शकों की भारी भीड़ और सकारात्मक प्रतिक्रियाओं से साफ है कि लव कुश रामलीला अपनी परंपरा को मजबूती से निभा रही है।


लव कुश रामलीला, जो दिल्ली की सबसे पुरानी और भव्य रामलीलाओं में शुमार है, 10 दिनों तक चलेगी। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक एकता का भी उत्सव। यदि आप भी इस भव्यता का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो लाल किला ग्राउंड पहुंचें – जय श्री राम!

0/Post a Comment/Comments