नरेला : बिजली के नंगे तार और ट्रांसफार्मर बन रहे पक्षियों और बंदरों की मौत की वजह

 बाहरी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय पशु अधिकार दिवस को बीतें दो दिन हो चुके हैं। लेकिन क्या वास्तव में हम सब पशुओं के अधिकार या उनके संरक्षण के लिए कोई मानवतापूर्ण कार्य करते हैं....? आये दिन ही सोशल मीडिया के थ्रू हमे ऐसी ह्रदयविदारक दृश्य मिलते हैं, जिसमे इंसान ही जानवरों पर कई क्रूर व अमानवीय कृत्य करता नज़र आता है। ऐसे कुछेक केसीस में, जो वायरल हो जाती है, तो उन अपराधियों को सजा मिल जाती है। ना जाने ऐसे ही कितने क्रूर कृत्य रोज़ाना इन बेजुबानों के साथ घटित होती है। जिनकी जांच पड़ताल तक नही होती और अपराधी भयमुक्त होकर ऐसे क्रूरता करता रहता है।

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नरेला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत उत्तरी दिल्ली नगर निगम की नरेला ज़ोन कार्यालय के बाहर ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। जिसके आसपास बिजली के खम्बो के साथ तारों का जंजाल भी बना हुआ है और ये तार नंगे तार हैं, ना कि कवर्ड तार। इस क्षेत्र में बहुतायत संख्या में बंदर घूमते रहते हैं। उन बंदरों का झुंड जब इस ट्रांसफार्मर के पास आकर इन तारों पर चलते हैं, तो ऐसे में कई बंदर उन तारों की चपेट में आकर जख्मी हो जाते हैं व कई बंदर शार्ट सर्किट से मर तक जाते हैं।

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नरेला स्थित एक गैर सरकारी संगठन “ग्लोबल मिशन फाउंडेशन” के ट्रस्टी मुकेश गुप्ता का कहना है कि ऐसी घटनाएं आये दिन ही यहां घटित होती रहती है। ऐसे में नगर निगम व विद्युत विभाग की यह जिम्मेदारी बनती है कि इन तारों के जंजालों को मुक्त कर, बिजली के तारों को कवर्ड किया जाए। जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोका जा सके व इन बेजुबान पशुओं की संरक्षण भी किया जा सके।








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